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टीम से धक्का मुक्की का नजारा |
बिजली चेकिंग के दौरान बढ़ा विवाद
शनिवार को बिजली विभाग की टीम जेई श्रवण कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता लवकुश राघव, एसडीओ अवनीश समेत कई कर्मचारियों के साथ गांव भुड़िया पहुंची। टीम का उद्देश्य बकाया बिल वालों की बिजली काटना और चोरी रोकने की कार्रवाई करना था।
जैसे ही टीम ने कार्रवाई शुरू की, विवाद बढ़ गया। आरोप है कि ग्राम प्रधान के कनेक्शन को काटे जाने पर वह करीब 20-25 समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और बिजली कर्मियों से अभद्रता करने लगे। देखते ही देखते मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। कर्मचारियों के मोबाइल और काटे गए तार ग्रामीणों ने जबरन छीन लिए।
लाइनमैनों की बाइकों से पेट्रोल निकाला
आरोप यह भी है कि ग्रामीणों ने लाइनमैनों की बाइकों से पेट्रोल निकाल लिया और उनके वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। स्थिति बिगड़ती देख बिजली विभाग की टीम ने पुलिस को सूचना दी। हालांकि, पुलिस के सामने भी हंगामा जारी रहा और टीम को गांव से भागने पर मजबूर होना पड़ा।
ग्राम प्रधान ने आरोपों को नकारा
ग्राम प्रधान संजय सिंह ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि ग्रामीणों और बिजली विभाग की टीम के बीच मामूली कहासुनी हुई थी। उन्होंने किसी भी प्रकार की धक्का-मुक्की और अभद्रता की बात से इनकार किया है।
स्कूल की भी काटी गई बिजली
इस कार्रवाई में माउंट देव इंटरनेशनल स्कूल की भी बिजली काट दी गई, जिससे स्कूल प्रशासन नाराज है। स्कूल प्रबंधक अरविंद यादव ने बताया कि उनका बिजली बिल समय पर जमा किया जा रहा था, फिर भी लाइन काट दी गई। हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को इस कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस ने जांच शुरू की
छर्रा सीओ महेश कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आ चुका है और सभी तथ्यों की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बिजली विभाग भी पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर रहा है, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
(क्या आपको लगता है कि बिजली विभाग की कार्रवाई सही थी या ग्रामीणों का विरोध जायज था? अपनी राय कमेंट में दें!)