अलीगढ़ जिले की महिलाएं अब खुद के पैरों पर खड़ी होकर एक नई मिसाल कायम कर रही हैं। DAY-NRLM (Deendayal Antyodaya Yojana – National Rural Livelihood Mission) और लखपति दीदी योजना के तहत जिले की साढ़े 54 हजार से ज्यादा महिलाएं लखपति बन चुकी हैं। ये महिलाएं स्वरोजगार और छोटे व्यवसाय के ज़रिए न सिर्फ अपने परिवार को आर्थिक मजबूती दे रही हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर भी तेज़ी से बढ़ रही हैं।
लखपति दीदी योजना क्या है?
लखपति दीदी योजना की शुरुआत अगस्त 2023 में केंद्र सरकार ने की थी। इस योजना का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। योजना के तहत DAY-NRLM से जुड़ी महिलाएं छोटे स्तर पर बिज़नेस शुरू करती हैं और धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर लाखों की कमाई करती हैं।
योजना के अंतर्गत महिलाओं को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और मार्केटिंग सपोर्ट मिलता है, जिससे वे मसाले, अचार, पूजा सामग्री, चप्पल, कपड़े, जैविक खेती, डेयरी, ब्यूटी पार्लर और कई तरह के काम शुरू कर रही हैं।
अलीगढ़ में लखपति दीदियों की सफलता की कहानी
अलीगढ़ में इस योजना ने जबरदस्त सफलता पाई है। जिले में करीब 16,000 स्वयं सहायता समूह (SHG) हैं, जिनसे 1.78 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इन समूहों के ज़रिए महिलाएं एकजुट होकर अपने कारोबार को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।
- लक्ष्य: अलीगढ़ को 75,334 महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य मिला था।
- वर्तमान स्थिति: अब तक 54,449 महिलाओं को लखपति सूची में शामिल कर शासन को रिपोर्ट भेजी गई है।
- प्रमाणीकरण: इनमें से 39,019 महिलाओं को प्रमाणपत्र सौंपा जा चुका है। शेष महिलाओं का प्रमाणीकरण जारी है।
ब्लॉक वाइज लखपति दीदीयों की संख्या
ब्लॉक | लखपति दीदियाँ |
---|---|
अकराबाद | 4701 |
अतरौली | 6447 |
बिजौली | 3842 |
चंडौस | 4054 |
धनीपुर | 5100 |
गंगीरी | 3476 |
गोंडा | 4686 |
इगलास | 3989 |
जवां | 4690 |
खैर | 3782 |
लोधा | 5404 |
टप्पल | 4344 |
DAY-NRLM और लखपति दीदी योजना: कैसे बदल रही है ज़िंदगी
इस योजना के तहत महिलाओं को कम ब्याज दर पर लोन, व्यावसायिक प्रशिक्षण, मार्केटिंग की सुविधा और सरकारी योजनाओं से जुड़ने का मौका दिया जा रहा है। इससे महिलाएं छोटे व्यवसायों को शुरू करके बड़ा मुनाफा कमा रही हैं।
उदाहरण के तौर पर:
- गंगीरी की मीरा देवी ने इस योजना से लोन लेकर डेयरी बिज़नेस शुरू किया। आज वह हर महीने ₹25,000 से ₹30,000 कमा रही हैं।
- धनीपुर की संगीता ने पापड़ और अचार बनाने का काम शुरू किया और अब उनकी कमाई ₹50,000 प्रति माह तक पहुँच गई है।
महिलाओं को मिल रहे फायदे
- आर्थिक मजबूती: महिलाएं अपने खुद के व्यवसाय से लाखों की कमाई कर रही हैं।
- स्वावलंबन: महिलाएं खुद के फैसले लेकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हैं।
- रोजगार के अवसर: गाँवों में नई नौकरियों और काम के अवसर पैदा हो रहे हैं।
- प्रशिक्षण: महिलाओं को व्यवसाय बढ़ाने के लिए ज़रूरी स्किल्स सिखाई जा रही हैं।
- वित्तीय सहायता: बिना किसी झंझट के लोन और सब्सिडी का लाभ मिल रहा है।
कैसे करें आवेदन?
यदि आप भी लखपति दीदी योजना का हिस्सा बनना चाहती हैं, तो यह प्रक्रिया अपनाएँ:
- नजदीकी स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ें।
- DAY-NRLM के तहत अपनी जानकारी रजिस्टर कराएँ।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लें।
- अपने बिज़नेस प्लान को पेश करें।
- लोन या सहायता राशि के लिए आवेदन करें।
👉 आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करें
निष्कर्ष
लखपति दीदी योजना ने अलीगढ़ जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भरता की राह दिखाई है। DAY-NRLM के समर्थन से हजारों महिलाएं अपने छोटे व्यवसाय को ऊँचाइयों पर ले जा रही हैं। यह योजना न सिर्फ महिलाओं को आर्थिक रूप से मज़बूत बना रही है, बल्कि समाज में उनके आत्मविश्वास और पहचान को भी बढ़ा रही है।
क्या आप इस योजना से जुड़ना चाहती हैं? नीचे कमेंट में अपनी राय ज़रूर साझा करें!